बश्शार जाफ़री ने कहा कि इसी तरह बहुत बड़ी रक़म यमन, इराक़ और लीबिया को ध्वस्त करने के लिए भी ख़र्च की गई है।
बश्शार जाफ़री ने संयुक्त राष्ट्र संघ की तीसरी कमेटी में पश्चिमी देशों, सऊदी अरब और क़तर की ओर से सीरिया में मानवाधिकार की स्थिति के बारे में पेश किए जाने वाले मसौदे पर टिप्पणी करते हुए कहा कि सऊदी अरब ने आतंकवाद की मदद करके अरबों और मुसलमानों की छवि ख़राब की है तथा फ़ार्स खाड़ी के कुछ अरब देश आतंकवाद के समर्थन और बेगुनाहों का ख़ून बहान के लिए एकजुट हैं।
बश्शार जाफ़री ने कहा कि आले सऊद भूल में थे कि वह पैसे देकर लोगों को ख़रीद लेंगे।