अंतर्राष्ट्रीय कुरान समाचार एजेंसी (IQNA) इलेक्ट्रॉनिक समाचार पत्र "तिशरीन" के हवाले से, मोहम्मद अब्दुल सत्तार सय्यद, सीरियन Awqaf और इस्लामी मामलों के मंत्री ने कल 12 मार्च को दमिश्क की मस्जिद जामे "उस्मान» में दमिश्क और उसके आसपास के क्षेत्रों के मस्जिदों के जुमा इमामों और Khatiban के साथ एक बैठक में बल दिया: धार्मिक विद्वान तक्फ़ीरी सोच का मुकाबला करने में सबसे बड़ी भूमिका रखते हैं.
उन्हों ने कहाः धार्मिक विद्वान अपने भाषणों से और लोगों को जागरूक करके राष्ट्रीय एकता और सीरिया के खिलाफ साज़िश करने वालों से अवसर छीन कर अपने देश की सुरक्षा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं.
सीरियाई Endowments मंत्री ने आगे कहाः मस्जिदों का मिशन, प्यार और इबादत तथा सच्चे इस्लाम की ओर आमंत्रित करना है न कि जो आतंकी लोग इस्लाम के नाम पर जारी रखे हैं.
उन्हों ने कुछ पश्चिमी देशों और अमरीका से जो अतिवादी व आतंकी आंदोलनों से मुक़ाबला करने का दावा करते हैं आग्रह किया कि अपनी दृष्ट को बदलें और ऐसे लोगों की सहायता से जो अपने राजनीतिक उद्देश्यों के लिऐ इस्लाम का नाम लेते हैं हाथ उठाले.
अब्दुल सत्तार ने पच्चीस निर्णायक प्रश्नों की ओर जो कि सभी excommunicating समूहों के असल व प्वाइंट हैं इशारा किया, और इन विचारों के साथ अमली व फ़िक्री और धार्मिक मुक़ाबले का अनुरोध किया.
उन्हों नें वर्तमान में excommunicating समूहों से मुक़ाबला करने में सीरियाई अवक़ाफ़ व धार्मिक मामलों के मंत्रालय की महत्वपूर्ण भूमिका की ओर इशारा किया और कहाः हम सीरिया में ताक़तवर सेना व विद्वानों के प्रयास से विदेशियों के षड्यंत्र पर सफल हो गऐ हैं.
2973515